दोस्तों अगर आप भी मजेदार कहानियाँ पढ़ना पसंद करते है तो ये पोस्ट सिर्फ आपके लिए है हम यहां पर बेस्ट मजेदार कहानियाँ शेयर कर रहे है जो आपको जरूर पसंद आएगी. आईये पढ़ते है मजेदार कहानियाँ हिंदी मै.
मजेदार कहानियां इन हिन्दी
चतुर किसान और चालाक सेठ
गांव के एक छोटे से कोने में एक गरीब लेकिन चतुर किसान रहता था, जिसका नाम रामू था। वह अपनी बुद्धिमानी और हाजिरजवाबी के लिए प्रसिद्ध था। वहीं, उसी गांव में एक लालची सेठ भी रहता था, जो हमेशा दूसरों को बेवकूफ बनाकर पैसे कमाने की कोशिश करता था।
एक दिन, सेठ रामू के पास आया और बोला, “रामू, तुम्हारी खेती तो अच्छी चल रही है, क्यों न मुझे अपना खेत बेच दो? मैं तुम्हें अच्छा दाम दूंगा।”
रामू समझ गया कि सेठ कोई चालाकी कर रहा है, लेकिन उसने शांति से पूछा, “सेठ जी, आप मेरे छोटे से खेत में इतनी दिलचस्पी क्यों ले रहे हैं?”
सेठ ने हंसते हुए कहा, “अरे भाई, मैं इस खेत में एक बड़ा कुआं बनवाना चाहता हूं ताकि पूरे गांव को पानी मिले। यह तो पुण्य का काम है!”
रामू को यह बात झूठी लगी, लेकिन उसने सोचा कि सेठ को उसी की भाषा में जवाब देना चाहिए। उसने शांति से कहा, “ठीक है सेठ जी, मैं आपको खेत बेचने के लिए तैयार हूं, लेकिन एक शर्त है।”
सेठ ने जल्दी से पूछा, “क्या शर्त है?”
रामू ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं आपको केवल जमीन बेच रहा हूँ, पर उसमें जो पानी है, वह मेरा ही रहेगा। आपको पानी चाहिए तो अलग से दाम देना होगा।”
सेठ चौंक गया। उसने बहुत बहस करने की कोशिश की, लेकिन रामू अपनी बात पर अड़ा रहा। गांव वालों को जब यह बात पता चली, तो वे सभी हंस पड़े। सेठ की चालाकी उसी पर भारी पड़ गई थी।
अंत में, सेठ को झुकना पड़ा और रामू का खेत छोड़ना पड़ा। रामू की चतुराई और हाजिरजवाबी ने उसे एक बार फिर सम्मान दिलाया।
सीख: कभी-कभी चतुराई से ही बड़ी मुश्किलों को हल किया जा सकता है।
हिंदी कहानी मजेदार
कंजूस हलवाई और समझदार लड़का
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में मोहन नाम का एक हलवाई रहता था। वह बहुत ही कंजूस और चालाक था। उसकी मिठाइयाँ तो बहुत स्वादिष्ट होती थीं, लेकिन वह ग्राहकों को कम मिठाई देकर ज्यादा पैसे कमाने की कोशिश करता था।
गाँव में सभी लोग उसकी कंजूसी से परेशान थे, लेकिन कोई उसे सबक नहीं सिखा पाता था। एक दिन, गाँव का एक होशियार लड़का, छोटू, हलवाई की दुकान पर गया और बोला, “मोहन काका, मुझे एक किलो जलेबी चाहिए!”
मोहन ने वजन तौलने के लिए तराजू निकाला और धीरे-धीरे जलेबियाँ तौलने लगा। लेकिन उसकी आदत थी कि वह वजन में थोड़ी मिठाई कम रखता था।
छोटू ने ध्यान से देखा और बोला, “काका, क्या मैं खुद तराजू पकड़ सकता हूँ?”
मोहन को कोई शक नहीं हुआ, उसने हंसते हुए कहा, “हाँ-हाँ, क्यों नहीं!”
छोटू ने तराजू के एक पलड़े में जलेबियाँ रखी और दूसरे में वजन। फिर अचानक उसने एक रुपया निकाला और तराजू के वजन वाले पलड़े में रख दिया।
मोहन चौंक गया और गुस्से में बोला, “अरे! यह क्या कर रहे हो?”
छोटू मुस्कुराया और बोला, “काका, आप हमेशा वजन कम रखते हो, तो मैंने सोचा कि इसे बराबर करने के लिए एक रुपया रख दूँ!”
यह सुनकर दुकान पर खड़े सारे लोग हंसने लगे। मोहन को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने छोटू को पूरे एक किलो जलेबी दी।
सीख: ईमानदारी ही सबसे बड़ा व्यापार है। चालाकी से कमाए गए पैसे ज्यादा दिन नहीं टिकते!
Hindi Kahani Majedar
चतुर कबूतर और लोभी शिकारी
एक घने जंगल में बहुत सारे पक्षी रहते थे। उन्हीं में एक चतुर कबूतर भी था, जो अपनी बुद्धिमानी के लिए जाना जाता था। वह हमेशा अपने साथियों को सतर्क रहने की सलाह देता था।
एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने जाल बिछाकर उसमें दाने डाल दिए। बहुत सारे पक्षी उन दानों को देखकर ललचा गए।
चतुर कबूतर ने सबको चेतावनी दी, “यह दाने किसी शिकारी के हो सकते हैं, इन्हें मत खाना!” लेकिन बाकी पक्षी उसकी बात को अनसुना कर जाल में फंस गए।
थोड़ी देर में शिकारी वहां आया और पक्षियों को जाल में फंसा देखकर खुश हो गया। लेकिन तभी चतुर कबूतर ने सबको सलाह दी, “अगर हम सब एक साथ अपने पंखों को जोर से फड़फड़ाएं, तो हम जाल को उठाकर उड़ सकते हैं!”
सभी पक्षियों ने उसकी बात मानी और मिलकर उड़ने लगे। वे शिकारी की आँखों के सामने ही जाल को लेकर उड़ गए और सुरक्षित स्थान पर जाकर जाल को तोड़कर मुक्त हो गए।
शिकारी देखता रह गया और चतुर कबूतर की बुद्धिमानी से हार गया।
सीख: एकता में शक्ति होती है, और मिलकर काम करने से बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकल सकता है! 🕊️😊
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चालाक खरगोश और लालची शेर
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में एक खतरनाक शेर रहता था। वह रोज जंगल के जानवरों का शिकार करता और उन्हें डराकर रखता था। एक दिन, सारे जानवर इकट्ठा हुए और शेर से बोले, “महाराज, अगर आप हर दिन हमें एक जानवर खाने के लिए छोड़ दें, तो हम खुद ही रोज आपके पास एक जानवर भेज देंगे।”
शेर इस प्रस्ताव से खुश हो गया और मान गया। अब रोज जंगल से एक जानवर शेर के भोजन के लिए भेजा जाता।
एक दिन, जंगल के जानवरों की बारी आई कि वे एक छोटे और चालाक खरगोश को भेजें। खरगोश समझ गया कि अगर इसी तरह चलता रहा तो जल्द ही सभी जानवर खत्म हो जाएंगे। उसने शेर से बचने के लिए एक तरकीब सोची।
खरगोश धीरे-धीरे चलते हुए शेर के पास पहुँचा। शेर गुस्से में दहाड़ा, “तुम इतनी देर से क्यों आए?”
खरगोश डरते हुए बोला, “महाराज, मैं समय पर आ रहा था, लेकिन रास्ते में मुझे एक और शेर मिला। उसने कहा कि यह जंगल अब उसका है और उसने मुझे खा लेने की धमकी दी!”
शेर को बहुत गुस्सा आया, “कौन है वह दुस्साहसी? मुझे अभी उसके पास ले चलो!”
चतुर खरगोश शेर को एक गहरे कुएँ के पास ले गया और बोला, “महाराज, वह शेर इस कुएँ के अंदर है।”
शेर ने झाँककर देखा तो उसे कुएँ के पानी में अपनी ही परछाई दिखी। उसने सोचा कि कुएँ में सच में कोई शेर है और गुस्से में दहाड़ते हुए कुएँ में कूद पड़ा। कुएँ में गिरते ही वह डूब गया।
चालाक खरगोश खुशी-खुशी जंगल वापस लौट आया और सभी जानवरों को इस खुशखबरी के बारे में बताया। सारे जानवर अब निडर होकर जंगल में रहने लगे।
सीख: बुद्धिमानी और चतुराई से बड़ी से बड़ी मुसीबत को हराया जा सकता है। 🐰🔥
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गधे की अक्लमंदी
एक गांव में एक धोबी रहता था। उसके पास एक गधा था, जो रोज कपड़ों का बोझ उठाकर नदी तक जाता था। गधा बहुत मेहनती था, लेकिन धीरे-धीरे वह बूढ़ा होने लगा और भारी बोझ उठाने में कठिनाई महसूस करने लगा।
एक दिन, धोबी का दोस्त, जो एक कसाई था, उसे सलाह देता है, “तुम्हारा गधा अब बूढ़ा हो गया है, इसे जंगल में छोड़ दो या इसे बेच दो, वरना तुम्हें नुकसान होगा।”
धोबी को यह सलाह सही लगी और उसने गधे को जंगल में छोड़ने का फैसला किया। लेकिन गधा समझदार था, वह समझ गया कि उसका मालिक अब उसे नहीं चाहता। उसने एक योजना बनाई।
जब धोबी ने उसे जंगल में छोड़ा, तो गधे ने वहां घूम रहे एक शेर को देखा। लेकिन डरने की बजाय वह जोर-जोर से गाना गाने लगा। शेर को यह अजीब लगा और उसने गधे से पूछा, “तुम डर क्यों नहीं रहे?”
गधा मुस्कुराया और बोला, “मैं देवताओं का विशेष दूत हूँ, और मुझे जंगल का राजा बनने के लिए भेजा गया है।”
शेर को थोड़ा संदेह हुआ, लेकिन उसने सोचा कि अगर यह सच हुआ तो उसकी मुश्किल हो सकती है। इसलिए वह डरकर वहां से भाग गया।
गधा जंगल में खुशी-खुशी रहने लगा, और अपनी बुद्धिमानी से खुद को बचा लिया।
सीख: मुश्किल समय में डरने की बजाय बुद्धि से काम लेना ही सबसे बड़ा हथियार है। 🐴💡
Majedar Hindi Kahani
बुद्धिमान बंदर और मगरमच्छ
एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक बड़ा और पुराना जामुन का पेड़ था। उस पेड़ पर एक चालाक और बुद्धिमान बंदर रहता था। वह हर दिन मीठे-मीठे जामुन खाता और मजे से जीवन व्यतीत करता था।
इसी जंगल में एक नदी भी बहती थी, जिसमें एक मगरमच्छ और उसकी पत्नी रहते थे। एक दिन मगरमच्छ नदी किनारे आराम कर रहा था, तभी बंदर ने उसे देखा और कहा, “मित्र, तुम थक गए लगते हो, क्या तुम कुछ मीठे जामुन खाना चाहोगे?”
मगरमच्छ को जामुन बहुत स्वादिष्ट लगे, और वह रोज वहां आने लगा। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई। बंदर रोज उसे मीठे जामुन खिलाता, और वे दोनों घंटों बातें करते।
एक दिन मगरमच्छ ने अपनी पत्नी को भी जामुन खिलाए। मगर उसकी पत्नी बहुत लालची थी। उसने सोचा, “अगर जामुन इतने मीठे हैं, तो उस बंदर का दिल तो और भी मीठा होगा! अगर मैं उसके दिल को खा लूँ, तो बहुत आनंद आएगा!”
पत्नी ने मगरमच्छ से कहा, “तुम्हें किसी भी तरह उस बंदर को बुलाकर लाना होगा, ताकि मैं उसका दिल खा सकूँ!”
मगरमच्छ अपने दोस्त के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहता था, लेकिन पत्नी के बार-बार कहने पर वह मान गया। अगले दिन उसने बंदर से कहा, “मित्र, मेरी पत्नी ने तुम्हें घर पर खाने पर बुलाया है। तुम हमारे घर चलो, हम साथ में मजे से भोजन करेंगे!”
बंदर खुश हुआ और बोला, “मुझे बहुत अच्छा लगेगा, लेकिन नदी पार कैसे करूँ?”
मगरमच्छ ने उसे अपनी पीठ पर बैठा लिया और नदी पार कराने लगा। जैसे ही मगरमच्छ गहरे पानी में पहुँचा, उसने बंदर से कहा, “मित्र, सच कहूँ तो मेरी पत्नी तुम्हारा मीठा दिल खाना चाहती है, इसलिए मैं तुम्हें ले जा रहा हूँ!”
बंदर यह सुनकर चौंक गया, लेकिन उसने अपनी बुद्धिमानी से खुद को बचाने की योजना बनाई। वह मुस्कुराया और बोला, “अरे दोस्त! तुमने पहले क्यों नहीं बताया? मैं अपना दिल तो पेड़ पर ही छोड़ आया हूँ! अगर तुम्हें मेरा दिल चाहिए, तो मुझे वापस ले चलो, मैं उसे ले आता हूँ!”
मगरमच्छ ने इस पर विश्वास कर लिया और बंदर को वापस पेड़ के पास ले गया। बंदर फुर्ती से कूदकर पेड़ पर चढ़ गया और हंसते हुए बोला, “मूर्ख मगरमच्छ! कोई अपना दिल बाहर निकालकर रख सकता है क्या? तुमने दोस्ती में धोखा दिया, अब जाओ, मैं तुमसे कभी दोस्ती नहीं करूँगा!”
मगरमच्छ शर्मिंदा हो गया और चुपचाप वहां से चला गया।
सीख:
बुद्धिमानी से बड़ी से बड़ी मुसीबत से बचा जा सकता है। सच्चे दोस्त कभी धोखा नहीं देते! 🐵💡
दोस्तों उम्मीद है आपको यह मजेदार कहानियाँ पसंद आयी होंगी अगर आपकी हाँ है तो इस पोस्ट को आगे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें आपका बहुत बहुत धन्यवाद.