भूत की डरावनी कहानी हिंदी में | Daravani Kahaniyan

दोस्तों अगर आप भी भूत की डरावनी कहानी हिंदी में पढ़ना पसंद करते है तो ये पोस्ट सिर्फ आपके लिए है हम यहां पर भूत की डरावनी कहानी शेयर कर रहे है जो आपको जरूर पसंद आएगी. आईये पढ़ते है डरावनी भूत की कहानी हिंदी मै.

भूत की डरावनी कहानी हिंदी में | Daravani Kahaniyan

भूत की डरावनी कहानी

भूतिया हवेली का रहस्य

रवि एक निडर युवक था, जिसे रहस्यमयी जगहों की खोज करना बहुत पसंद था। एक दिन उसने सुना कि शहर के बाहर एक पुरानी हवेली है, जिसे लोग “भूतिया हवेली” कहते हैं। कहा जाता था कि वहाँ जाने वाला कोई भी इंसान ज़िंदा वापस नहीं आता। लेकिन रवि इन कहानियों पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने तय किया कि वह रात में वहाँ जाकर खुद देखेगा कि आखिर सच क्या है।

रात के 12 बजे रवि अपने दोस्तों के साथ हवेली की ओर रवाना हुआ। हवेली घने जंगल के बीच स्थित थी। जैसे ही वे हवेली के करीब पहुँचे, हवा तेज़ हो गई और अजीब-अजीब सी आवाज़ें आने लगीं। लेकिन रवि बेखौफ था।

दरवाज़े पर एक पुराना टूटा-फूटा ताला लगा था, जिसे धक्का देते ही दरवाज़ा चरमराते हुए खुल गया। अंदर घना अंधेरा था और दीवारों पर जाले लगे हुए थे। अचानक ही उन्हें एक तेज़ ठंडी हवा का झोंका महसूस हुआ और दूर किसी के कदमों की आवाज़ सुनाई दी।

जैसे ही वे अंदर बढ़े, हवेली की दीवारों पर लटकती पुरानी तस्वीरें अचानक हिलने लगीं। एक तस्वीर में एक डरावना चेहरा उभरने लगा, जिसकी आँखें लाल हो गई थीं। तभी अचानक दरवाज़े अपने आप बंद हो गए, जिससे उनका बाहर जाना नामुमकिन हो गया।

रवि के दोस्तों ने डरकर हवेली से बाहर भागने की कोशिश की, लेकिन एक अदृश्य शक्ति ने उन्हें रोक दिया। तभी एक कंकाल जैसी आकृति सीढ़ियों से उतरने लगी। उसके पैरों की आवाज़ पूरे महल में गूँज रही थी। उसके हाथों में एक पुरानी लालटेन थी, जिससे हल्की-हल्की रोशनी निकल रही थी।

रवि ने हिम्मत जुटाई और आगे बढ़कर पूछा, “तुम कौन हो और यहाँ क्या कर रहे हो?”

भूत की आँखें चमक उठीं और एक गूंजती हुई आवाज़ में उसने कहा, “यह हवेली मेरी थी। सौ साल पहले, मेरे साथ यहाँ बहुत बड़ा धोखा हुआ था। मुझे मेरे ही नौकरों ने मार दिया और मेरी आत्मा यहीं कैद हो गई। जब तक कोई मेरी हत्या का बदला नहीं लेगा, तब तक मेरी आत्मा इस हवेली में भटकती रहेगी!”

रवि को अब समझ आ गया कि यह जगह क्यों भूतिया थी। वह भूत से वादा करता है कि वह उसकी आत्मा की मुक्ति के लिए सच सामने लाएगा। अगले दिन वह पुरानी किताबों और दस्तावेज़ों को खोजता है और उसे पता चलता है कि सच में उस हवेली के मालिक की हत्या हुई थी।

रवि पुलिस को सूचना देता है और हवेली के नीचे दफनाई गई लाश को खोज निकाला जाता है। जैसे ही सच सामने आता है, हवेली से भूत की आत्मा गायब हो जाती है और वहां फिर कभी किसी को कोई अजीब चीज़ महसूस नहीं होती।

यह कहानी हमें सिखाती है कि हर डरावनी चीज़ के पीछे कोई न कोई सच्चाई छुपी होती है। अगर हिम्मत और सूझबूझ से काम लिया जाए, तो सबसे भयानक रहस्यों को भी सुलझाया जा सकता है।


सबसे डरावनी भूतिया कहानी हिंदी में

सड़क पर खड़ी औरत

रात के दो बजे राहुल अपनी बाइक से सुनसान सड़क पर घर जा रहा था। सड़क के दोनों ओर घना जंगल था और हल्का-हल्का कोहरा छाया हुआ था। अचानक उसने देखा कि एक औरत सफेद साड़ी में सड़क के किनारे खड़ी है।

राहुल ने बाइक रोककर पूछा, “आपको कहाँ जाना है?”

औरत ने धीरे से कहा, “बस थोड़ा आगे छोड़ दीजिए…”

राहुल ने उसे बाइक पर बैठा लिया, लेकिन जैसे ही वह कुछ दूर पहुँचा, उसे महसूस हुआ कि बाइक का भार अचानक से कम हो गया है। उसने पीछे मुड़कर देखा तो उसकी रीढ़ की हड्डी में ठंडक दौड़ गई—पीछे कोई नहीं था!

डर के मारे उसने तेज़ी से बाइक भगाई। जब वह गाँव के नजदीक पहुँचा, तो वहाँ के एक बुजुर्ग ने उसे रोककर कहा, “बेटा, उस रास्ते से अकेले मत आया करो। वहाँ कई साल पहले एक औरत का एक्सीडेंट हो गया था और तब से उसकी आत्मा वहाँ भटक रही है!”

राहुल के होश उड़ गए और उसने कसम खाई कि वह कभी उस सड़क पर अकेले सफर नहीं करेगा।


Daravani Kahani

होटल का कमरा नंबर 306

रोहन को अपने ऑफिस के काम से एक पुराने होटल में रात बितानी पड़ी। उसे कमरा नंबर 306 दिया गया, लेकिन होटल के मैनेजर ने उसे चेतावनी दी, “अगर रात में कोई आवाज़ सुने तो दरवाजा मत खोलना!”

रोहन ने इसे मजाक समझा और कमरे में चला गया। आधी रात को अचानक दरवाजे पर दस्तक हुई।

“टॉक-टॉक-टॉक…”

पहले तो रोहन ने अनदेखा किया, लेकिन जब लगातार दस्तक होती रही तो वह गुस्से में दरवाजा खोलने के लिए बढ़ा। तभी उसे होटल के मैनेजर की चेतावनी याद आई।

उसने दरवाजा नहीं खोला, लेकिन जैसे ही उसने झरोखे से बाहर झाँका, उसकी साँसें अटक गईं—बाहर कोई नहीं था, लेकिन काले साए जैसी आकृति दरवाजे के नीचे से अंदर आने की कोशिश कर रही थी!

डर के मारे वह चादर में छिप गया और किसी तरह सुबह होने का इंतजार करने लगा। सुबह दरवाजा खोलने पर उसने देखा कि फर्श पर जले हुए पैरों के निशान थे।

बाद में पता चला कि कई साल पहले एक आदमी ने उस कमरे में आत्महत्या कर ली थी और तब से वहाँ अजीब घटनाएँ होती रहती थीं।


डरावनी कहानी इन हिंदी

जंगल का अभिशाप

अजय और उसके दोस्त एडवेंचर ट्रिप पर गए थे। उन्होंने रात को जंगल में तंबू लगाया और आग जलाकर खाना बना रहे थे। तभी एक बूढ़ा आदमी आया और बोला, “रात के समय इस जंगल में मत रुको, यह जगह अभिशप्त है!”

लेकिन अजय और उसके दोस्तों ने उसकी बात को मजाक समझा और वहीं रुक गए। रात के करीब 3 बजे अचानक तेज़ हवा चलने लगी और जंगल में अजीब-अजीब आवाज़ें गूँजने लगीं।

तभी एक दोस्त चिल्लाया, “देखो! पेड़ के पीछे कोई खड़ा है!”

अजय ने टॉर्च जलाई, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। तभी अचानक एक अज्ञात शक्ति ने तंबू को ज़ोर से झटके दिए। सबने डरकर वहाँ से भागने का फैसला किया, लेकिन जंगल से बाहर निकलने का रास्ता गायब हो चुका था।

हर दिशा में केवल अंधेरा और पेड़ थे। तभी एक छायादार आकृति उनके पास आई और भयानक आवाज़ में बोली, “तुमने मेरी चेतावनी नहीं मानी… अब कोई नहीं बच सकता!”

सुबह जब गाँव वाले वहाँ पहुँचे तो उन्हें सिर्फ़ जले हुए तंबू और कुछ बिखरी हुई चीजें मिलीं। न अजय था, न उसके दोस्त।

कोई नहीं जानता कि उस रात उनके साथ क्या हुआ…


निष्कर्ष

इन कहानियों से हमें यह सीख मिलती है कि कई रहस्य ऐसे होते हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होता, लेकिन वे सच होते हैं। कभी-कभी, जो दिखता है, वही सच नहीं होता।

दोस्तों उम्मीद है आपको यह भूत की डरावनी कहानी पसंद आयी होंगी अगर आपकी हाँ है तो इस पोस्ट को आगे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें आपका बहुत बहुत धन्यवाद.

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